पश्चिमी तहजीब के खिलाफ आन्दोलन
अपने आपको वैश्विक इस्लामी राजनीतिक दल कहने वाले संगठन हिज्ब उत तहरीर ने आरोप लगाया कि ब्रिटेन में प्रशासन एक आज्ञाकारी ब्रिटिश इस्लाम का निर्माण करना चाहता है। उसकी शिकायत है कि सरकार इस्लाम विरोधी अभियान में जुटी हैब्रिटिश सरकार पर एक आज्ञाकारी ब्रिटिश इस्लाम का निर्माण करने का आरोप लगाते हुए एक चरमपंथी इस्लामी संगठन ने पश्चिम के उदार मूल्यों से भ्रष्ट होने से युवा मुस्लिमों को रोकने के लिए अभियान छेड़ दिया है। हिज्ब उत तहरीर ने इस्लाम पर पश्चिमी हमलों के खिलाफ अभियान छेड़ने की योजना बनाई है। गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर इस संगठन को ब्रिटेन में प्रतिबंधित कर देना चाहते थे।यह कदम तब सामने आया जब हिज्ब उत तहरीर की ब्रिटिश शाखा ने इस्लामिक आतंकवाद का मुकाबला करने संबंधी सरकार की योजनाओं की निंदा की। सरकार ने कुरान की गलत व्याख्याओं का मुकाबला करने और ब्रिटेन में नागरिक बनने के अनुरूप किस प्रकार रहा जाए इस उद्देश्य को हासिल करने के लिए 20 विद्वानों का एक पैनल गठित करने का फैसला किया है। यह पैनल ब्रिटेन में युवकों को सलाह देने का काम करेगा।अपने आपको वैश्विक इस्लामी राजनीतिक दल कहने वाले इस संगठन ने आरोप लगाया कि ब्रिटेन में प्रशासन एक आज्ञाकारी ब्रिटिश इस्लाम का निर्माण करना चाहता है। उसकी शिकायत है कि सरकार इस्लाम विरोधी अभियान में जुटी है।संडे एक्सप्रेस ने हिज्ब उत तहरीर के प्रवक्ता ताजी मुस्तफा के हवाले से कहा है कि इस्लाम और शरिया के खिलाफ मौजूदा मामलों में हमारे पैगंबर के खिलाफ अपमानजनक कार्टून और कुरान को हालैंड में प्रतिबंधित करने का आह्वान शामिल है। आमतौर पर वे इसे आतंकवाद के खिलाफ युद्ध करार देते हैं। हालांकि यह इस्लाम के खिलाफ युद्ध है। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा युद्ध है, जिसका उद्देश्य सिर्फ एक व्यवस्था, पूंजीवाद को कायम करना है।ब्रिटिश टेबलायड के अनुसार उग्रपंथी संगठन का दावा है कि युवा लोग विशेष तौर पर व्यापक इस्लामी विरोधी अभियान और अवधारणाओं की चपेट में आ रहे हैं और वे पश्चिमी उदारवाद के भ्रष्ट प्रभाव में आसानी से आ सकते हैं। रंगरेलियां मनाना, बंदूक और चाकूबाजी जैसे अपराध और किशोरवय में गर्भावस्था इस उदारवाद के लक्षण हैं।
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